SHABD MANCH :Pradeep Bahuguna Darpan
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bharat sarkar
Wednesday, January 25, 2012
मेरी कहानी कोई न जाने, मैं सबकी कहानी लिखता हूँ. थके हुए हृदयों की खातिर, मैं नई जवानी लिखता हूँ . गम के तूफ़ानों को सहकर, सूख गये जो दिल के दरिया, देकर मृदु जल शब्दों का, मैं उनकी रवानी लिखता हूँ.
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