SHABD MANCH :Pradeep Bahuguna Darpan
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Friday, May 13, 2016
एक बाल कविता- गोपी और मिठाई
आम पपीता केला लीची
आडू हिसार और काफल
अमरूद चुल्लू और खुबानी
तरह तरह के खाए फल .
इतना खाकर गोपी बोला
पेट अभी भी भरा न भाई.
टिहरी से सिंगौरी मंगा दो
अल्मोड़ा से बालामिठाई.
-दर्पण
1 comment:
Anonymous said...
सुन्दर ....
May 13, 2016 at 9:22 PM
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सुन्दर ....
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