एक पैगाम बापू के नाम
बापू हम हैरान हैं
चिंतित हैं परेशान हैं
कैसा हिंदुस्तान है ये
कैसा हिंदुस्तान है .
तन पर जिसके खादी है
उनकी कार विदेशी है
चेहरे अपने लगते हैं
पर सरकार विदेशी है
चर्खा तेरा टूट गया
मंत्र स्वदेशी छूट गया
गांव गांव में खुल गयी
मदिरा की दुकान है
कैसा हिंदुस्तान है ये
एक हिंदुस्तान है .
बापू हम हैरान.............:........
3 comments:
चर्खा तेरा टूट गया
मंत्र स्वदेशी छूट गया
गांव गांव में खुल गयी
मदिरा की दुकान है
...sahi aur sateek baat..wakai aaj gandhi ke desh bharat main gandhi ke vichron aur adarshon ki jis tarah dhajjiyan udai jaa rahi hain wo hamain shrmsaar karne ke liye kaphi hai.....blogjagat main aapka swagat hai.
बापू कल, आज और कल भी होंगे.
alwidaa.blogspot.com
ye mera blog hai.
Post a Comment